भानगढ- एक शापित स्थान
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।आज की शुरूआत एक छोटी सी कहानी से करते हैं। यह एक तान्त्रिक और एक राजकुमारी की कहानी है। तान्त्रिक राजकुमारी पर मोहित था लेकिन वह उसे कोई भाव...
View Articleनीलकंठ महादेव मन्दिर- राजस्थान का खजुराहो
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।26 नवम्बर 2012 की शाम के सवा चार बजे थे, जब हमने भानगढ से प्रस्थान किया। लक्ष्य था नीलकण्ठ महादेव। साढे पांच बजे हम नीलकण्ठ महादेव पर थे।पता...
View Articleटहला बांध और अजबगढ
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।जब नीलकंठ महादेव से वापस जयपुर जाने के लिये चल पडे तो टहला से कुछ पहले अपने बायें एक बडी झील दिखाई पडी। इसमें काफी पक्षी आनन्द मना रहे थे।...
View Article2012 की घुमक्कडी का लेखा जोखा
2012 चला गया। इस साल घुमक्कडी में एकाध नहीं बल्कि तीन महान उपलब्धियां हासिल हुईं। आगे बताया जायेगा तीनों महान उपलब्धियों के साथ साथ पिछले बारह महीनों में की गई हर छोटी बडी यात्रा के बारे में।1. मावली-...
View Articleएक साइकिल यात्रा- जयपुर- किशनगढ- पुष्कर- साम्भर- जयपुर
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।नवम्बर 2012 में की गई इस यात्रा की सम्पूर्ण जानकारी पहले लिखी जा चुकी है। यह भी बताया जा चुका है कि किस तरह अचानक कच्छ दर्शन को छोडकर...
View Articleमेरा नौकरीपेशा जीवन-1
कुछ समय के लिये घुमक्कडी से फुरसत मिली तो आज याद कर रहा हूं अपने नौकरीपेशा जीवन के बारे में। कितना उतार-चढाव भरा रहा वो समय! बल्कि उतार ही ज्यादा कहना चाहिये।जून 2007 में मैकेनिकल से डिप्लोमा करने के...
View Articleमेरा नौकरीपेशा जीवन-2
मेरा नौकरीपेशा जीवन-1मैं और रोहित ट्रेन से दोपहर होने तक कुरुक्षेत्र पहुंचे। यहां एक प्लेसमेंट एजेंसी है जिसके मैसेज हमारे मोबाइल पर अक्सर आते रहते थे। जब उनके यहां पहुंचे तो उनके वचन सुनकर पैरों तले...
View Articleपहली हवाई यात्रा- दिल्ली से लेह
लद्दाख यात्रा की तैयारीएक सरकारी कर्मचारी होने के नाते मेरा यह दायित्व है कि मैं हर चार साल में एक बार सरकारी खर्चे से भारत के किसी भी हिस्से की यात्रा करके आऊं। इस यात्रा में हमें पूर्वोत्तर और जम्मू...
View Articleलद्दाख यात्रा- लेह आगमन
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।राम-राम से जुले-जुले तकलेह उतरने से कुछ मिनट पहले उदघोषणा हुई कि विमान लेह के कुशोक बकुला रिन्पोछे हवाई अड्डे पर उतरने वाला है। कुशोक बकुला...
View Articleलद्दाख यात्रा- सिन्धु दर्शन व चिलिंग को प्रस्थान
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।नाश्ता करके सिन्धु घाट की तरफ चल पडा। थोडा आगे चोगलमसर है। लेह से चोगलमसर करीब आठ किलोमीटर है। लेकिन इस पूरी दूरी में अच्छी खासी बसावट है...
View Articleजांस्कर घाटी में बर्फबारी
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।साढे तीन बजे चिलिंग पहुंच गये। यहां कहीं रुकने का ठिकाना ढूंढना था। इसमें ड्राइवर इब्राहिम ने काफी सहायता की। यहां कोई होटल नहीं है लेकिन...
View Articleचादर ट्रेक- गुफा में एक रात
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।तिलत सुमडो से करीब दो किलोमीटर पहले जहां सडक खत्म होती है, आने वाली गाडियां वापस मुड जाती हैं, नीचे नदी तक उतरने के लिये पहले आवागमन कर चुके...
View Articleडायरी के पन्ने- फरवरी 2013 प्रथम
[हर महीने की पहली और 16 तारीख को डायरी के पन्ने छपा करेंगे।]1 फरवरी 2013, दिन शुक्रवार1. सुबह एक फोन आया जयपुर से। वे दैनिक भास्कर से थे और चाहते थे कि मैं उन्हें नीलकंठ महादेवके फोटो उनकी साइट पर...
View Articleचिलिंग से वापसी और लेह भ्रमण
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।20 जनवरी, रविवार। मैं तिलत सुमडो की गुफा में एक बेहद सर्द रात काटकर वापस लेह के लिये चल पडा। पता था कि आज एक बजे चिलिंग से लेह जाने वाली बस...
View Articleलेह पैलेस और शान्ति स्तूप
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।21 जनवरी को पूरे दिन आराम करता रहा। अगले दिन यानी 22 जनवरी को लेह घूमने निकल पडा। 25 तारीख को वापसी की फ्लाइट है और मेरे पास इतने दिनों तक...
View Articleखारदुंगला का परमिट और शे गोनपा
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।23 जनवरी 2013, मैंने खारदुंगला जाने की इच्छा साथियों से बताई। सुनते ही युसुफ साहब ने कहा कि परमिट की चिन्ता मत करो। तुम्हें सीआरपीएफ की तरफ...
View Articleलेह में परेड और युद्ध संग्रहालय
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।आज मुझे खारदुंगला जाना था। कोई और दिन होता तो मैं नौ दस बजे सोकर उठता लेकिन आज सात बजे ही उठ गया। आज का पूरा दिन खारदुंगला को समर्पित था। सोच...
View Articleडायरी के पन्ने- मार्च 2013- प्रथम
[डायरी के पन्ने हर महीने की पहली और सोलह तारीख को छपते हैं।]डायरी के पन्ने- फरवरी 2013- प्रथम16 फरवरी 20131.दिन की शुरूआत बडी ही भयंकर हुई। सुबह साढे पांच बजे उठना पड गया। आज प्रातःकालीन ड्यूटी थी-...
View Articleपिटुक गोनपा (स्पिटुक गोनपा)
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।युद्ध संग्रहालय से पिटुक गोनपा करीब दो किलोमीटर कारगिल रोड पर है। मैं पैदल ही चलता चलता पहुंच गया।पहले भी कह चुका हूं कि मन बुरी तरह उदास था,...
View Articleलेह से दिल्ली हवाई यात्रा
इस यात्रा वृत्तान्त को शुरू से पढने के लिये यहां क्लिक करें।25 जनवरी 2013 की सुबह थी। आज मुझे दिल्ली के लिये उड जाना है। सीआरपीएफ के कुछ मित्र भी आज दिल्ली जायेंगे। उन्हें सरकार की तरफ से वारंट मिलता...
View Article